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क्रिया विज्ञान: श्वसन, पाचन, रक्त परिसंचरण, उत्सर्जन, तंत्रिका तंत्र

 क्रिया विज्ञान: श्वसन, पाचन, रक्त परिसंचरण, उत्सर्जन, तंत्रिका तंत्र

क्रिया विज्ञान (Physiology) शरीर के विभिन्न भागों के कार्यों और उनके आपसी संबंधों का अध्ययन है। यह शरीर के विभिन्न तंत्रों के कार्य करने के तरीके को समझने में मदद करता है। आइये, शरीर के कुछ प्रमुख तंत्रों और उनके कार्य के बारे में जानें:

1. श्वसन (Respiration):

  • श्वसन तंत्र ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ने का काम करता है।

  • फेफड़े ऑक्सीजन को रक्त में अवशोषित करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को रक्त से बाहर निकालते हैं।

  • रक्त ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न ऊतकों तक ले जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस लाता है।

  • श्वसन क्रिया में फेफड़ों का फैलाव और सिकुड़ाव शामिल होता है, जो डायफ्राम और पसलियों की मांसपेशियों के संकुचन और शिथिलन से होता है।

2. पाचन (Digestion):

  • पाचन तंत्र भोजन को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़ता है ताकि शरीर उन्हें अवशोषित कर सके।

  • मुंह में भोजन चबाया जाता है और लार से मिलाया जाता है।

  • आमाशय में भोजन अम्लीय रस से मिलाया जाता है और उसमें पाचन एंजाइम छोड़े जाते हैं।

  • छोटी आंत में भोजन अवशोषित होता है।

  • बड़ी आंत में अवशोषित न होने वाला भोजन एकत्र होता है और मल के रूप में बाहर निकल जाता है।

3. रक्त परिसंचरण (Circulation):

  • परिसंचरण तंत्र रक्त को शरीर में परिवहन करता है।

  • हृदय रक्त को शरीर में पंप करता है।

  • रक्त में ऑक्सीजन, पोषक तत्व, कार्बन डाइऑक्साइड, और अन्य अपशिष्ट पदार्थ होते हैं।

  • रक्त वाहनिकाओं (धमनियाँ, शिराएँ, केशिकाएँ) के माध्यम से सभी अंगों तक पहुँचता है।

4. उत्सर्जन (Excretion):

  • उत्सर्जन तंत्र शरीर से अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है।

  • गुर्दे रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानते हैं और मूत्र का निर्माण करते हैं।

  • मूत्र मूत्राशय में एकत्र होता है और मूत्र नली के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है।

  • त्वचा से पसीना और फेफड़ों से कार्बन डाइऑक्साइड भी उत्सर्जन के उदाहरण हैं।

5. तंत्रिका तंत्र (Nervous System):

  • तंत्रिका तंत्र शरीर के विभिन्न भागों से मस्तिष्क तक संदेश पहुँचाने और मस्तिष्क से शरीर के विभिन्न भागों तक संदेश भेजने का काम करता है।

  • मस्तिष्क शरीर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है।

  • मेरुदंड मस्तिष्क से शरीर के अन्य भागों तक संदेशों का आदान-प्रदान करता है।

  • तंत्रिका तंत्र शरीर की गति, संवेदना, सोच, स्मृति, और अन्य मनोवैज्ञानिक कार्यों को नियंत्रित करता है।

यह केवल शरीर के कुछ प्रमुख तंत्रों का संक्षिप्त विवरण है। क्रिया विज्ञान एक बहुत ही जटिल विषय है, और इसके अध्ययन में बहुत सारे विशिष्ट विषय शामिल हैं। हालांकि, इसके बुनियादी सिद्धांतों की समझ शरीर के कार्यों को समझने में मदद करती है।

यहाँ शरीर रचना विज्ञान के मुख्य भागों जैसे अस्थियाँ, मांसपेशियाँ, नाड़ी, अंग, और तंत्र की जानकारी को सारणीबद्ध रूप में प्रस्तुत किया गया है:

विभागविवरणउदाहरण
अस्थियाँशरीर की संरचना का कठोर ढांचा, जो शरीर को सहारा और आकार प्रदान करती हैं।फीमर (जांघ की हड्डी), रीड की हड्डी
मांसपेशियाँमांसपेशियाँ शरीर को गति और ताकत प्रदान करती हैं, ये संकुचन और विश्राम द्वारा कार्य करती हैं।बाइसप्स, ट्राइसेप्स
नाड़ीनसें जो तंत्रिका संकेतों को मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों के बीच संचारित करती हैं।ऑप्टिक नर्व (नेत्र तंत्रिका), सियाटिक नर्व
अंगशरीर के विशेष कार्यों के लिए जिम्मेदार संरचनाएं।हृदय, फेफड़े, यकृत
तंत्रअंगों का समूह जो एक विशिष्ट शारीरिक कार्य को अंजाम देता है।पाचन तंत्र, तंत्रिका तंत्र

विस्तृत जानकारी

  1. अस्थियाँ (Bones)

    • कार्य: शरीर को सहारा, आकार, और सुरक्षा प्रदान करना। रक्त कोशिकाओं का निर्माण करना।
    • उदाहरण: फीमर (जांघ की हड्डी), कलाई की हड्डियाँ (कार्पल्स)।
  2. मांसपेशियाँ (Muscles)

    • कार्य: शरीर की गति और शक्ति प्रदान करना। जोड़ों को स्थिरता देना।
    • उदाहरण: बाइसप्स (हाथ की मांसपेशी), क्वाड्रिसेप्स (जांघ की मांसपेशी)।
  3. नाड़ी (Nerves)

    • कार्य: तंत्रिका संकेतों को मस्तिष्क और शरीर के अन्य हिस्सों में संचारित करना।
    • उदाहरण: ऑप्टिक नर्व (नेत्र तंत्रिका), सियाटिक नर्व (पैर की सबसे बड़ी तंत्रिका)।
  4. अंग (Organs)

    • कार्य: विशिष्ट शारीरिक कार्यों को अंजाम देना।
    • उदाहरण: हृदय (रक्त पंप करना), फेफड़े (श्वसन प्रक्रिया)।
  5. तंत्र (Systems)

    • कार्य: अंगों का समूह जो एक विशिष्ट शारीरिक कार्य को अंजाम देता है।
    • उदाहरण: पाचन तंत्र (भोजन का पाचन और अवशोषण), तंत्रिका तंत्र (शारीरिक कार्यों का नियंत्रण)।

यह सारणी शरीर रचना विज्ञान के विभिन्न भागों और उनके कार्यों को समझने में मदद करेगी। अधिक जानकारी के लिए, आपको जीवविज्ञान या चिकित्सा विज्ञान से संबंधित पुस्तकों और ऑनलाइन स्रोतों की सहायता लेनी चाहिए।

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